CG Big Breaking: पुलिसकर्मियों के न्याय के लिए पदयात्रा शुरू करते ही आरक्षक संजीव मिश्रा को पुलिस ने किया गिरफ्तार, सीआईडी शाखा में पदस्थ था आरक्षक

रायपुर-पुलिस विभाग में तृतीय वर्ग कर्मियों के हक के लिए संघर्ष करने के लिए पदयात्रा करने वाला पुलिस मुख्यालय की सीआईडी शाखा में पदस्थ आरक्षक विगत 1 साल से भी ज्यादा समय से फरार है। पुलिस जवानों के लिए न्याय मांगने वाले संजीव मिश्रा के खिलाफ जिला बीजापुर के थाना बीजापुर में 11 जनवरी 2022 को अपराध पंजीबद्ध है।

पुलिस मुख्यालय के सीआईडी शाखा में पदस्थ एक सिपाही ने छत्तीसगढ़ पुलिस के सिपाहियों के वेतन, भत्ते में वृद्धि और आवास सुविधा से वंचित रखे जाने को लेकर सीएम बघेल और डीजीपी अशोक जुनेजा से सवाल किए थे। आरक्षक संजीव मिश्रा ने एक वायरल पत्र को अपना ही बताते हुए कहा है कि पत्र सही है जिसमें उसने 23 मार्च अर्थात आज दुर्ग के पटेल चौक से पदयात्रा कर पीएचक्यू आकर अपना त्यागपत्र देने की भी घोषणा की थी। परंतु पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार संजू मिश्रा अपनी पदयात्रा शुरू करने के लिए पटेल चौक नहीं पहुंचा। उसे पटेल चौक में पुलिस फोर्स के उपस्थिति का आभास होने पर उसके द्वारा अपने पदयात्रा का स्थल परिवर्तित करते हुए आईजी ऑफिस दुर्ग के पास से पदयात्रा शुरू की गई। उसे थोड़े ही दूरी पर भिलाई नगर पुलिस के द्वारा आरक्षक संजीव मिश्रा को हिरासत में ले लिया गया है।

संजीव मिश्रा एवं तीन साथियों के खिलाफ बीजापुर थाने में अपराध दर्ज

पुलिस अधीक्षक दुर्ग डॉक्टर अभिषेक पल्लव ने कहा कि संजीव मिश्रा के खिलाफ 11 जनवरी 2022 को जिला बीजापुर थाना बीजापुर में अपराध क्रमांक 05/22 भादवि की धारा 120b 505 (1), 34, 3, 4 (पुलिस (द्रोह – उद्दीपन) अधिनियम, 1922 के तहत अपराध पंजीबद्ध है। संजीव मिश्रा के द्वारा अपने साथी उज्जवल दीवान नवीन राय एवं संतोष कुमार के साथ मिलकर के बीजापुर में पुलिस विभाग के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया गया एवं अन्य पुलिस कर्मियों को विभाग के खिलाफ भड़काया गया इस लापरवाही पूर्वक कार्य के कारण संजीव मिश्रा, उज्जवल दीवान, नवीन राय एवं संतोष कुमार के खिलाफ नामजद अपराध बीजापुर थाने में दर्ज है। अपराध पंजीबद्ध होने के बाद से ही संजीव मिश्रा फरार है । उसके द्वारा सीआईडी शाखा पुलिस मुख्यालय मैं भी जोइनिंग नहीं की थी। विगत 1 वर्ष से आरोपी फरार चल रहा है। आरोपी संजीव मिश्रा को उज्जवल दीवान के साथ पुलिस द्वारा हिरासत में लिया गया है। उसे बीजापुर पुलिस के सुपुर्द किया जाएगा।

राजद्रोह का अपराधी बनाने की प्लानिंग

आरक्षक मिश्रा ने बताया कि 63 हजार जवानों में से 16 हजार को ही क्वार्टर की सुविधा उपलब्ध होने, 100, 50, 60 रुपए भत्ते को बढ़ाने की फाइल लेकर सो जाने की बात कही है और सहायक आरक्षकों के मात्र 13 हजार वेतन वृद्धि को पिछले बजट में मंजूरी मिलने के बाद भी न देने को लेकर प्रश्न खड़ा किया है। संजीव मिश्रा ने पदयात्रा करते हुए मीडिया के समक्ष कहा कि पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को तृतीय श्रेणी के विभाग में कार्यरत 64000 कर्मियों की परेशानी दिखाई नहीं पड़ती है पुलिसकर्मियों के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने पर उनको निश्चित रूप से राजद्रोह का प्रदीप बनाकर जेल में डाल दिया जाएगा इसके बावजूद वह डरने वाले नहीं है जेल से जब उठेंगे तब उनके द्वारा इस अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़ी जाएगी। संजीव ने एसडीएम दुर्ग को लिखे पत्र में कहा है कि 23 मार्च को दोपहर 12 बजे वह पटेल चौक दुर्ग से पुलिस मुख्यालय नवा रायपुर तक पैदल यात्रा निकाल कर पुलिस विभाग से त्याग पत्र देगा।

गौरतलब हो कि आरक्षक संजीव मिश्रा पुलिस मुख्यालय के सीआईडी शाखा में पदस्थ हैं तथा वह पिछले 13 साल से पुलिस विभाग में नौकरी कर रहा है। उसने बताया कि 13 साल से पुलिस विभाग के अधिकारियों की यातनाओं व प्रताड़नाओं के कारण आज वह विभाग से पृथक होना चाहता है। उसे एक उम्मीद थी कि 8 दिसंबर 2021 को मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन द्वारा बनायी गयी कमेटी, जिसमें एडीजी हिमांशु गुप्ता को अध्यक्ष बनाया गया था, के आधार पर 2023-24 के अंतिम बजट में पुलिस विभाग के तृतीय श्रेणी के कर्मचारियों का भला होगा, पर बजट में तृतीय श्रेणी पुलिस कर्मचारियों को कुछ भी नहीं दिया गया। उसका आरोप है कि पुलिस विभाग के अधिकारियों द्वारा जवानों का लगातार शोषण किया जा रहा है तथा शोषण को उजागर करने वाले बेगुनाह लोगों को झूठे आरोप लगा कर जेल भेजा जा रहा है। पुलिस जवानों की सभी पीड़ा के निराकरण के लिये छत्तीसगढ़ शासन द्वारा हिमांशु गुप्ता कमेटी का गठन किया गया था, परंतु एक साल से अधिक समय बीत जाने के बाद भी पुलिस विभाग के अधिकारियों के द्वारा जवानों के हक के लिये कोई कार्यवाही नहीं की गयी, उल्टे जवानों का शोषण और बढ़ गया है। कमेटी में अधिकारियों के सुस्त रवैये को देखते हुए और दो लोन में लदे (पुलिस साख समिति और अन्य बैंक) पुलिस परिवार की पीड़ा को देखते वह आज जिला दुर्ग के पटेल चौक से दोपहर 12 बजे पुलिस विभाग द्वारा प्रदाय किया गया किट, पेटी मय संपूर्ण सामग्री को लेकर पद यात्रा कर नवा रायपुर, पुलिस मुख्यालय में जाकर अधिकारियों को अपना त्याग पत्र सौंपेगा। त्याग पत्र के बाद जो भी सी. पी. एफ. राशि मिलेगी, उस राशि से एक पुलिस जवान को मकान बना कर दिया जा और जो भी पेंशन मिले, उससे पुलिस परिवार के बच्चों के पढ़ाई में उपयोग किया जाए एवं जवानों को उनका हक देकर शोषण बंद किया जाए व गुनाहगार अधिकारियों पर कार्यवाही की जाए । संजीव मिश्रा एवं उज्जवल दीवान को पदयात्रा प्रारंभ करते ही दुर्ग पुलिस के द्वारा हिरासत में ले लिया गया।