महिला सशक्तिकरण पर फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का चौथा दिन….

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शासकीय कला एवं वाणिज्य कन्या महाविद्यालय रायपुर में महिला सशक्तिकरण पर आयोजित पाँच दिवसीय फ़ैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम के चतुर्थ दिवस पर आज मनोविज्ञान विषय के प्राध्यापक डॉ मनोज कुमार राव ने वर्तमान में महिलाओं की भूमिका का मनोवैज्ञानिक विश्लेषण विषय पर व्याख्यान दिया।प्राचार्य डॉक्टर अमिताभ बैनर्जी एवं प्रभारी श्रीमती उषा अग्रवाल के मार्गदर्शन में यह कार्यक्रम संचालित हुआ इस कार्यक्रम में डॉ संध्या वर्मा, डॉ प्रीति पांडे , डॉ रंजना तिवारी, डॉ कल्पना झा, डॉ प्रभा वर्मा, डॉ बी डी थदलानी, डॉ अंजना पुरोहित, डॉ गोपाल, डॉ माधुरी, डॉ विनीता, डॉ मिनी गुप्ता, डॉ माया लालवानी, डॉ चंद्रकांता, डॉ सुषमा तिवारी, डॉ सिरिल डेनियल, डॉ आर डी शर्मा, डॉ रवि शर्मा, डॉ लक्ष्मी देवनानी, श्रीमती हर्षा कोशले , डॉ वर्षा वर्मा, डॉ वैशाली गौतम हिरवे आदि उपस्थित रहे।

संचालन IQAC प्रभारी डॉ कविता शर्मा ने किया।

डॉ मनोज कुमार राव ने नारी के अर्धनारीश्वर स्वरूप की व्याख्या की। प्रत्येक व्यक्ति में नारी पुरुष दोनों ही है। दोनो का संतुलन ही समाज के लिए उपयुक्त है। संतुलन के लिए शारीरिक तथा मनोवैज्ञानिक दोनो पक्ष का होना आवश्यक है।इस के लिए अपने वास्तविक स्व तथा आदर्श स्व के बीच भी संतुलन आवश्यक है। व्याख्यान की समीक्षा करते हुए डॉ संध्या वर्मा ने बताया कि शिव शिवा के संतुलन से ही सृष्टि संरचनात्मक होती है।।हिंदी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ रंजना तिवारी ने स्त्री के मनोवैज्ञानिक विश्लेषण की साहित्यिक व्याख्या की।