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दोस्त की आत्मा सताती थी कुछ इस तरह खुला हत्या का राज, दोस्त ने ही की थी दोस्त की हत्या, 20 साल बाद खुला राज…

छत्तीसगढ़ बालोद जिले के ग्राम करकाभाट में 20 साल पहले हुई हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस-प्रशासन ने बुधवार को शव के अवशेष खुदाई में निकाले। ये खुलासा तब हुआ, जब एक व्यक्ति पुलिस के पास पहुंचा और उसने बताया कि मैंने 20 साल पहले 2003 में अपने दोस्त की हत्या कर दी थी और उसकी आत्मा मुझे इतने सालों से परेशान कर रही है। मामला बालोद थाना क्षेत्र का है।

जानकारी के मुताबिक, आरोपी टीकम कोलियार (43 वर्ष) और गांव के ही छवेश्वर गोयल की आपस में दोस्ती थी। उस वक्त दोनों दोस्तों की उम्र करीब 18 साल थी। उस समय टीकम का एक लड़की के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था, जो आज उसकी पत्नी है। उसकी प्रेमिका अश्विनी कोलियार पर उसका दोस्त छवेश्वर गलत नीयत रखता था। वो अक्सर उसके साथ छेड़छाड़ करता रहता था, जिससे युवती परेशान थी। उसने अपने प्रेमी टीकम को ये बात बताई कि उसका दोस्त उसके साथ छेड़छाड़ करता है, तो वो भड़क गया। उसने अपने दोस्त को ऐसा नहीं करने के लिए काफी समझाया।

लेकिन एक दिन छवेश्वर ने सारी हदें पार करते हुए अपने दोस्त की प्रेमिका के साथ रेप की करने की कोशिश की। उस समय तो लड़की किसी तरह उसके चंगुल से बच निकली, लेकिन ये बात उसने अपने प्रेमी टीकम को बताई। इस पर उसे अपने दोस्त पर बहुत गुस्सा आया । वो तुरंत छवेश्वर के पास पहुंचा, दोनों के बीच इस बात को लेकर विवाद हुआ और टीकम ने छवेश्वर के सिर पर वार कर उसकी हत्या कर और लाश को गांव में ही दफना दिया।

इधर छवेश्वर गोयल के लापता होने के बाद उसका परिवार परेशान था। उन्होंने उसे इधर-उधर काफी ढूंढा, लेकिन वो नहीं मिला। तब जाकर 2003 में उन्होंने बेटे की गुमशुदगी की भी रिपोर्ट दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस उसे नहीं ढूंढ पाई थी। वहीं आरोपी अपनी जिंदगी में आगे बढ़ गया। उसने अपनी प्रेमिका से शादी कर ली। शादी के बाद भी उसने अपनी पत्नी को नहीं बताया कि वो अपने दोस्त की हत्या कर चुका है। उससे कभी मृतक के परिवार या पत्नी ने इस बारे में पूछा भी, तो उसने छवेश्वर के बारे में कोई भी जानकारी होने से इनकार कर दिया।

वहीं मृतक के नहीं मिलने पर पुलिस ने भी मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया। टीकम और उसकी पत्नी के इस बीच 2 बच्चे हुए, लेकिन वारदात के कुछ सालों के बाद से आरोपी परेशान रहने लगा। वो बहकी-बहकी बातें करने लगा। दोस्त की आत्मा द्वारा सताने की बात करने लगा। 2021 में वो गांववालों और पत्नी से कहने लगा कि उसने 2003 में अपने दोस्त को मारकर दफन कर दिया था। वो उस वक्त गांववालों के सामने थाने भी गया था और अपना जुर्म कबूल भी किया था। उस वक्त आरोपी की निशानदेही पर पुलिस-प्रशासन ने 3-4 बार अलग-अलग जगहों पर खुदाई भी कराई थी, लेकिन लाश नहीं मिलने पर गांववालों और पुलिस दोनों ने ये मान लिया था कि टीकम मानसिक रूप से विक्षिप्त है और अवसाद के कारण झूठी बातें कर रहा है।

लेकिन इसके बाद भी वो हमेशा सबसे यही कहता फिर रहा था कि उसने अपने दोस्त की हत्या कर दी है, उसकी आत्मा मेरे सपने में आती है। वो मुझे दिनरात दिखता है, उसकी आत्मा मुझे परेशान कर रही है। इधर मृतक के पिता लगातार पुलिस के अलावा बड़े अधिकारियों को आवेदन दे रहे थे और पूरे मामले की जांच कराने की मांग कर रहे थे। उनका कहना था कि उनका बेटा लापता नहीं हुआ है, बल्कि उसकी हत्या की गई है।

मृतक के पिता जगदीश गोयल ने पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों से एक बार फिर इस साल बेटे की हत्या की जांच की गुहार लगाई और कहा कि आरोपी टीकम जहां बता रहा है, वहां फिर से खुदाई कराई जाए, जिसके बाद SDM शीतल बंसल के आदेश पर 19 अप्रैल बुधवार को पुलिस, तहसीलदार परमेश्वर मंडावी और डॉक्टरों की टीम की मौजूदगी में आरोपी की निशानदेही पर जेसीबी से खुदाई करवाई गई, जहां से मृतक छवेश्वर के लाश के अवशेष मिले। खुदाई में हड्डियां, कपड़े और एक रुपए का सिक्का बरामद हुआ है। सभी सामान को फॉरेंसिक जांच के लिए भिजवा दिया गया है।

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