RAIPUR ब्रेकिंग: देवपुरी में व्यापारी से मारपीट कर लाखों की लूट करने वाले 10 आरोपी गिरफ्तार

रायपुर – प्रार्थी नरेन्द्र खेतपाल ने थाना माना कैम्प में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह टैगोर नगर रायपुर में रहता है तथा चावल का व्यवसाय करता है। प्रार्थी का दुकान थोक मार्केट डुमरतराई में स्थित है, जिसमें वह लेन-देन व हिसाब किताब का कार्य भी करता है। प्रार्थी दिनांक 16.05.22 को अपने घर से 45,00,000 रूपये व्यापारियों को बैंक के माध्यम से आर.टी.जी.एस. करने के लिये डुमरतराई स्थित अपने दुकान/आॅफिस मंें लेकर गया था तथा दिनांक 16.05.22 को दुकान में वसूली का 5,00,000 रूपये आया था इस प्रकार कुल 50,00,000 रूपये दुकान/आॅफिस में रखा था पूरा हिसाब करने के बाद बैंक बंद होने के कारण किसी को भी पैसा नहीं दे पाया कि प्रार्थी कुल 50,00,000 रूपये, कागजात बिल, चेक इत्यादि को एक बैग में रखकर रात्रि करीब 09.00 बजे बैग को अपने ज्यूपिटर वाहन सामने की ओर रखकर डुमरतराई से अपने घर टैगोर नगर के लिये निकला जैसे ही माना मोड के पास पहुंचा था कि मुझे तीन मोटर सायकल में 09 लडके बैठे हुए मिले जो मुंह में स्कार्फ बांधे हुए थे जैसे ही प्रार्थी उक्त लडकों के पास से गुजरने लगा तो तीनों मोटर सायकल सवार लड़के प्रार्थी के नजदीक में आगे पीछे मोटर सायकल को चलाने लगे जिससे प्रार्थी का ज्यूपिटर वाहन एक मोटर सायकल से हल्का सा टकरा गया। जिस पर प्रार्थी उन लोगो को ठीक से मोटर सायकल चलाने के लिये बोला तो उक्त तीनों मोटर सायकल में बैठे लड़के प्रार्थी से झगडा विवाद करने लगे तब प्रार्थी उक्त लडकों की गतिविधि संदिग्ध लगा इसी बीच उनमें से एक लडका उतरकर आया और प्रार्थी की वाहन को डंडा से मारने के साथ ही प्रार्थी के सिर में भी एक डंडा मारा जिस पर प्रार्थी डर कर भागने लगा कि तीनों मोटर सायकल सवार लड़के प्रार्थी का पीछा करने लगे और गाली गलौच करने लगे उनमें से पीछे बैठे लडको के हाथ में डंडा था मोटर सायकल सवार लड़के प्रार्थी को रोकने का प्रयास कर रहे थे और गाली देते आ रहे थे जैसे ही प्रार्थी मिंटू शर्मा स्कूल के सामने पहुंचा था कि पीछे से प्रार्थी के सिर में डंडा से मारे तो वह खड़ा हो गया। प्रार्थी के खडे़ होते ही उसके सिर में कई डंडा मारे जिससे सिर से खून निकलने लगा इसी बीच बाईक सवार 09 लडके प्रार्थी के ज्यूपिटर वाहन में रखा बैग जिसमें नगदी रकम व कागजात था को लूट कर भाग गये।

जिस पर अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध थाना माना कैम्प में अपराध क्रमांक 122/22 धारा 395 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया।मारपीट कर नगदी रकम की लूट की घटना को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय श्री प्रशंात अग्रवाल द्वारा गंभीरता से लेते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर श्री तारकेश्वर पटेल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण श्री कीर्तन राठौर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध श्री अभिषेक माहेश्वरी, नगर पुलिस अधीक्षक माना श्री एल.सी.मोहले, प्रभारी ए.सी.सी.यू. गिरीश तिवारी, निरी. गौरव तिवारी, निरी. रोहित मालेकर एवं थाना प्रभारी माना कैम्प शरद चन्द्रा को अज्ञात आरोपियों की पतासाजी कर जल्द से जल्द गिरफ्तार करने निर्देशित किया गया। जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में एण्टी क्राईम एवं सायबर यूनिट तथा थाना माना कैम्प की संयुक्त टीम द्वारा प्रार्थी से घटना के संबंध में विस्तृत पूछताछ करते हुए घटना स्थल का निरीक्षण कर अज्ञात आरोपियों की पतासाजी करना प्रारंभ किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा घटना स्थल के आसपास के लोगों से भी घटना के संबंध में विस्तृत पूछताछ करने के साथ घटना स्थल, उसके आसपास व अज्ञात आरोपियों के फरार होने वाले मार्गो में लगे सी.सी.टी.व्ही. कैमरे के फुटेजों का अवलोकन किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा प्रकरण में मुखबीर लगाने के साथ ही अज्ञात आरोपियों के संबंध में तकनीकी विश्लेषण किया गया। अज्ञात आरोपियों द्वारा घटना के दौरान उपयोग किये गये दोपहिया वाहनों के संबंध में भी पतासाजी कर अज्ञात आरोपियों को चिन्हांकित करने के प्रयास किये जा रहे थे। इसके साथ ही अज्ञात आरोपियों की गिरफ्तारी में लगी टीम के सदस्यों द्वारा प्रार्थी के दुकान/आॅफिस में काम करने वाले कर्मचारियों से घटना के संबंध में विस्तृत पूछताछ करने के साथ ही पूर्व में काम छोड़े चुके कर्मचारियों के संबंध में भी पतासाजी कर तस्दीक की जा रहीं थी। इसी दौरान अज्ञात आरोपियों की गिरफ्तारी में लगी टीम के सदस्यों को डूमरतराई थोक बाजार में काम करने वाले देवेन्द्र धृतलहरे एवं अजय उर्फ अज्जू के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा देवेन्द्र धृतलहरे एवं अजय उर्फ अज्जू की पतासाजी की जा रहीं थी, इसी दौरान आसपास के सी.सी.टी.व्ही. कैमरों के फुटेज तथा स्थानीय स्तर पर बारिकी से लगाये गये मुखबीरों के द्वारा केन्द्री एवं अभनपुर के कुछ युवकोें के द्वारा घटना में शामिल होने की महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई थी।

जिसमें केन्द्री अभनपुर निवासी शिव कुमार कोसले का नाम प्रमुख रूप से होना पाया गया। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा शिव कुमार कोसले की पतासाजी कर पकड़ा गया। शिव कुमार कोसले से घटना के संबंध में पूछताछ करने पर उसके द्वारा किसी भी प्रकार से घटना में अपनी संलिप्तता नहीं होना बताकर लगातार टीम को गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा था। जिस पर प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर कड़ाई से पूछताछ करने पर शिव कुमार कोसले द्वारा घटना में अपनी संलिप्तता होना बताने के साथ ही उक्त घटना को अन्य आरोपियों के साथ मिलकर कारित करना स्वीकार किया गया। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा घटना में संलिप्त आरोपियों तथा विधि के साथ संघर्षरत 02 बालक को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में आरोपी शिव कुमार कोसले ने बताया कि पूरे घटना का मास्टर माइंड देवेन्द्र धृतलहरे एवं अजय उर्फ अज्जू है जो कि पूर्व में डूमरतराई थोक बाजार में हमाली का काम कर चुके थे एवं प्रार्थी के द्वारा प्रतिदिन शाम के समय में अपने बैग में रखकर नगदी रकम को लाने ले जाने का काम करते है की जानकारी थी। इसी बात को ध्यान में रखते हुए देवेन्द्र धृतलहरे एवं अजय उर्फ अज्जू द्वारा प्रार्थी से नगदी रकम लूट करने की योजना बनायी गयी। योजना के अनुसार दिनांक घटना के लगभग 10 दिन पूर्व देवेन्द्र धृतलहरे द्वारा शिव कोसले को दोपहर 01ः00 - 01ः30 बजे के मध्य फोन कर शाम को 05ः00 से 06ः00 बजे के मध्य माना तूता रोड़ स्थित मनोपचार केन्द्र के पास जंगल में मुलाकात करने हेतु कहा। जिस पर तीनों उक्त स्थान में मिले तथा पैसों की आवश्यकता के लिये घटना को अंजाम देने की योजना बनाये तथा आरोपी देवेन्द्र धृतलहरे एवं अजय उर्फ अज्जू द्वारा आरोपी शिव कुमार कोसले को इस कार्य हेतु अपने अन्य साथियों को साथ में लाने कहा गया। इसके पश्चात् कई बार देवेन्द्र धृतलहरे एवं शिव कुमार कोसले की इस संबंध में बात मोबाईल फोन पर होती रहीं। योजना के अनुसार दिनांक घटना को शाम 07ः00 बजे 05 अलग - अलग मोटर सायकल में कुल 11 आरोपी सवार होकर डूमरतराई थोक बाजार के आसपास कुछ - कुछ दूरी में रूक कर प्रार्थी के बाहर आने का इंतजार कर रहे थे। देवेन्द्र धृतलहरे एवं अजय उर्फ अज्जू एक मोटर सायकल में सवार होकर लीड़ कर रहे थे एवं सभी आरोपियान डण्डे से लैस थे, इसी दौरान प्रार्थी रात्रि में बैग में रकम व अन्य कागजात लेकर अपने घर जाने हेतु निकला तो कुछ आरोपियान मोटर सायकल से प्रार्थी का पीछा किये तथा कुछ आरोपियान घटना स्थल के पास खड़े थे। इसी दौरान प्रार्थी करीबन 08ः30 बजे डूमरतराई थोक बाजार स्थित अपने दुकान/आॅफिस से घर जाने हेतु निकला तभी आरोपियान अपने मोटर सायकल से प्रार्थी का पीछा किये तथा प्रार्थी के आसपास मोटर सायकल को चलाते हुए उसके वाहन को धक्का मारकर गिराने का प्रयास किये जिसमें आरोपियान असफल रहें। किंतु प्रार्थी के द्वारा वाहन को तेज चलाकर भागने के दौरान आरोपियान प्रार्थी का लगातार पीछा करते हुए डण्डा से सिर एवं पीठ में वार किये जिससे प्रार्थी लहुलूहान होकर नीचे गिर गया। प्रार्थी के नीचे गिरने के दौरान आरोपियान प्रार्थी के सिर पर पुनः डण्डा से वार किये तथा उसके वाहन में रखें बैग जिसमें नगदी रकम व कागजात को लूट कर अलग - अलग दिशा में फरार हो गये। घटना के 02 दिवस बाद आरोपी देवेन्द्र धृतलहरे, अजय उर्फ अज्जू एवं शिव कुमार कोसले आपस में रकम बांटे थे। लूट के दौरान आरोपियान प्रार्थी का ए.टी.एम. कार्ड एवं बैंक पास बुक भी लूट कर ले गये थे, कि घटना में संलिप्त आरोपी शिव कुमार कोसले प्रार्थी के ए.टी.एम. कार्ड को शशिकांत एवं बनवारी को घटना की जानकारी देकर रकम निकालने हेतु अपने साथ ले गया था तथा तीनों प्रार्थी के ए.टी.एम. कार्ड के माध्यम से उसके बैंक खाते से केन्द्री एवं कुरूद स्थित ए.टी.एम. बूथ से स्वयं की पहचान छिपाते हुए अपने चेहरे को कपड़े से ढ़क कर बड़े ही शातिर तरीके से नगदी रकम 40,000/- रूपये निकाल कर चोरी कर लिये थे। आरोपियों/अपचारियों को गिरफ्तार कर उनकी निशानदेही पर कब्जे से लूट की नगदी रकम 7,95,400/- रूपये, ए.टी.एम.कार्ड, बैंक पास बुक, घटना में प्रयुक्त 05 नग मोबाईल फोन तथा 05 नग मोटर सायकल जप्त कर अग्रिम कार्यवाही किया गया। घटना में संलिप्त आरोपी देवेन्द्र धृतलहरे, अजय उर्फ अज्जू एवं तिलक फरार है जिनकी पतासाजी कर गिरफ्तार करने के हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। गिरफ्तार आरोपियों/अपचारियों से पूछताछ पर आरोपीगणों के द्वारा प्रार्थी से डकैती की रकम का 15 से 20 लाख रूपये होना बताया गया है, जबकि प्रार्थी द्वारा प्रथम सूचना पत्र में 50 लाख रूपये की डकैती होना लेख कराया गया है। इस संबंध में प्रकरण के फरार आरोपियों के गिरफ्तारी पश्चात् स्थिति स्पष्ट होगी।

गिरफ्तार आरोपी

01. शिव कुमार कोसले पिता जेठू राम कोसले उम्र 21 साल निवासी ग्राम केन्द्री सतनामी पारा थाना अभनपुर।

02. मनीष यादव पिता कमल नारायण यादव उम्र 18 साल निवासी ग्राम केन्द्री शीतला पारा वार्ड नंबर 19 थाना अभनपुर रायपुर।

03. टिकेश चतुर्वेदी पिता छबि लाल चतुर्वेदी उम्र 22 साल निवासी ग्राम केन्द्री सतनामी पारा थाना अभनपुर।

04. सूरज महेश्वर पिता रोहित कुमार महेश्वर उम्र 18 साल निवासी छोटा तालाब के पास सेजबहार थाना मुजगहन रायपुर।

05. नरेन्द्र बंजारे उर्फ बबलू पिता नारायण बंजारे उम्र 19 साल निवासी सेजबहार बाजार चैक थाना मुजगहन रायपुर।

06. अगम दास कोसले पिता स्व. कृपाराम कोसले उम्र 24 साल निवासी सेजबहार नीम चैक पास थाना मुजगहन रायपुर।

07. विधि के साथ संघर्षरत 02 बालक।

एवं

08. शशिकांत चतुर्वेदी उर्फ गोलू पिता मंगतू राम चतुर्वेदी उम्र 29 साल निवासी ग्राम केन्द्री आजाद चैक थाना अभनपुर रायपुर।

09. बनवारी यादव पिता शिवचरण यादव उम्र 35 साल निवासी ग्राम सिंगारभाठा भाठापारा पोस्ट केन्द्री थाना अभनपुर रायपुर।

फरार आरोपी

01. देवेन्द्र धृतलहरे निवासी माना बस्ती रायपुर।

02. अजय उर्फ अज्जू।

03. तिलक।*कार्यवाही में एण्टी क्राईम एवं सायबर यूनिट से उपनिरीक्षक सिकंदर कुर्रे, सउनि. किशोर सेठ, मोह. जमील, संतोष सिंह, प्र.आर. सरफराज चिश्ती, गुरूदयाल सिंह, अनिल पाण्डेय, कृपासिंधु पटेल, कुलदीप द्विवेदी, महेन्द्र राजपूत, आर. आलम बेग, उपेन्द्र यादव, हिमांशु राठौड़, महिपाल सिंह, मोह0 राजिक, प्रमोद बेहरा, राकेश पाण्डेय, दिलीप जांगड़े, संतोष सिन्हा, सुरेश देशमुख एवं म.आर. बबीता देवांगन तथा थाना माना कैम्प से उपनिरीक्षक सौमित्री भोई की महत्वपूर्ण भूमिंका रही।*