सक्ती : चंद्र शुक्र शनि युति : बिना टेलीस्कोप साथ देख सकेंगे चंद्रमा-शुक्र और शनि, वर्षों बाद बन रहा ऐसा संयोग आज सूर्य अस्त के बाद पश्चिम दिशा में चंद्रमा, शुक्र ग्रह एवं सबसे सुंदर ग्रह शनि के साथ दिखाई दे रहे है, जिसे खगोलीय भाषा में चंद्रमा-शुक्र-शनि युति कहते हैं. ऐसा संयोग कभी-कभी ही प्राप्त होता है. यह सप्ताह न केवल वैज्ञानिक नजरिए से बल्कि खगोलीय एवं ज्योतिषीय क्षेत्र के लिए भी ऐतिहासिक (Historical Day) होने जा रहा है. कई सालों में एक बार ऐसा संयोग बनता है, तीन ग्रह एक साथ खुली आंखों से बिना किसी टेलीस्कोप की मदद से देखे जा सकेंगे. ऐसा संयोग कई वर्षों में देखने को मिलता है जो कि ठीक चंद्रमा से नीचे शनि एवं शुक्र को भी खुली आंखों से देखा जा सकता है. विज्ञान की दृष्टि से यह मात्र एक खगोलीय घटना है, लेकिन ज्योतिष शास्त्र की दृष्टि से इसका अपना एक महत्व है इस पूरे सप्ताह युति का दर्शन करने का अवसर मिलेगा. केन्द्र ने बताया कि चंद्रमा सामान्य दृष्टि से देखे जा सकते हैं, लेकिन शुक्र और शनि को सामान्य दृष्टि से देखे जाने का संयोग कभी-कभी ही प्राप्त होता है.
इस दिन सूर्य अस्त के बाद पश्चिम दिशा में चंद्रमा, शुक्र ग्रह एवं सबसे सुंदर ग्रह शनि के साथ दिखाई देंगे, जिसे खगोलीय भाषा में चंद्रमा-शुक्र-शनि युति कहते हैं.

इस प्रकार हम देखते हैं कि चंद्रमा के साथ शुक्र एवं शनि ग्रह एक ही राशि में अत्यंत पास-पास हैं. शाम सूर्यास्त के बाद पश्चिम दिशा में चमकता चांद दिखाई देगा, चंद्रमा के ठीक नीचे थोड़ा दक्षिण की ओर लट्टू के समान चमकता हुआ शुक्र ग्रह दिखाई देगा. शुक्र ग्रह के ठीक नीचे एवं कम चमकदार शनि ग्रह को आप फ़ोटो में देख रहें है यह फ़ोटो जोंगरा निवासी एक किसान राकेश जायसवाल ने News India bulletin के संपादक को भेजा है ।

इस घटना को बिना किसी साधन के अपनी आंखों से देख जा सकेगा,युति देखने के लिए टेलिस्कोप आदि किसी साधन की आवश्यकता नहीं होती,यह घटना पूरे देश विदेश के साथ साथ सक्ती क्षेत्र के लोगो के लिए चर्चा का विषय बना हुआ है।