कोरोना को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने सभी राज्यों को दिए अहम निर्देश, स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव भी बैठक में शामिल

रायपुर-कोरोना को लेकर राज्यों के हेल्थ मिनिस्टरों के साथ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया की बैठक खत्म हो गई है। बैठक में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को आने वाले त्योहारों और नए साल के जश्न को ध्यान में रखते हुए ‘टेस्ट ट्रैक – ट्रीट एंड वैक्सीनेशन’ और मास्क पहनने एवं सोशल डिस्टेंसिंग पर ध्यान केंद्रित करने का निर्देश दिया है ।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने राज्यों को को सहयोगात्मक भावना से काम करने की जरूरत है, जैसा सतर्क रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्यों कि हमने पिछली बार उछाल के दौरान किया है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, टेस्ट-ट्रैक – ट्रीट- टीकाकरण और कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन करना कोविड प्रबंधन के लिए परीक्षित रणनीति बनी हुई है। राज्यों को निगरानी प्रणाली मजबूत करने की सलाह दी गई है। उनसे परीक्षण बढ़ाने और अस्पताल के बुनियादी ढांचे की तैयारी सुनिश्चित करने को कहा गया है।

इसके अलावा, परीक्षण, जीनोम अनुक्रमण और COVID-उपयुक्त व्यवहार का पालन करके महामारी के खिलाफ मुकाबला करने पर जोर दिया। मास्क पहनने एवं सोशल डिस्टेंसिंग पर ध्यान केंद्रित करने का निर्देश दिया है।

राज्यों को निगरानी प्रणाली मजबूत करने की सलाह दी गई है। उनसे परीक्षण बढ़ाने और अस्पताल के बुनियादी ढांचे की तैयारी सुनिश्चित करने को कहा गया है।

छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टी. एस. सिंहदेव आज केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया की अध्यक्षता में देश के सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्री और सचिव के साथ हुई ऑनलाइन बैठक में शामिल हुए। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मंडाविया ने बैठक में देश में कोविड-19 से निपटने की तैयारियों और जरुरी व्यवस्थाओं की समीक्षा की। उन्होंने सभी राज्यों में जीनोम सिक्वेंसिंग और परीक्षण बढ़ाने पर जोर देते हुए इसकी लगातार निगरानी के निर्देश दिए।

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने राज्यों को अस्पतालों में कोरोना की रोकथाम और नियंत्रण से जुड़ी बुनियादी ढांचागत सुविधाओं का त्वरित परिचालन सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने मास्क पहनने सहित कोविड- उपुयक्त व्यवहार का व्यापकता से पालन करवाने की सलाह दी। उन्होंने ज्यादा जोखिम वाले बुजुर्गों और कमजोर समूहों के लिए कोरोना से बचाव के टीके के एहतियाती खुराक (Precaution Dose) अनिवार्यतः लगवाने पर भी जोर दिया।