RAIPUR: शासकीय कला एवम् वाणिज्य कन्या महाविद्यालय रायपुर ने मानसिक स्वास्थ्य एवं कल्याण सतत विकास की कुंजी विषय पर आयोजित किया संगोष्ठी

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Raipur-श्री गोविंदराम शदाणी शासकीय कला एवं वाणिज्य कन्या महाविद्यालय देवेंद्र नगर , साइकोलॉजिकल फोरम छत्तीसगढ़ एवम शासकीय जे योगानंदम छत्तीसगढ़ महाविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अमिताभ बनर्जी के कुशल निर्देशन में 7 एवम् 8 जुलाई को किया जा रहा है। संगोष्ठी का विषय “मानसिक स्वास्थ्य तथा कल्याण: सतत विकास की कुंजी” है। साइकोलॉजिकल फोरम का मुख्य उद्देश्य मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में जागरूकता फैलाना है। इस हेतु फोरम के द्वारा अनेक कार्यक्रम तथा निशुल्क परामर्श दिए जाते हैं।

आज के कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कुलपति पंडित सुंदरलाल शर्मा मुक्त विश्वविद्यालय डॉ बी जी सिंह एवम् विशिष्ट अतिथि के रूप में छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ मनोवैज्ञानिक एवं पूर्व विभागाध्यक्ष मनोविज्ञान अध्य्यन शाला पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय डॉ. आर डी हेलोडे , सेवानिवृत्त विभागाध्यक्ष मनोविज्ञान शासकीय कला एवं वाणिज्य कन्या महाविद्यालय डॉ जे सी अजवानी रहे । आप सबका कार्यक्रम के अंतर्गत साइकोलॉजिकल फोरम के द्वारा *छत्तीसगढ़ *मनोवैज्ञानिक शोध सम्मान* किया गया। इस अवसर पर सेवानिवृत्त प्राध्यापक डॉ आर जी भावे भी विशिष्ट अतिथि के रूप में भी उपस्थित रहे ।कार्यक्रम की बीज वक्ता के रूप डॉ सुषमा पांडे पूर्व विभागाध्यक्ष मनोविज्ञान गोरखपुर विश्वविद्यालय रही । जिन्होंने आनलाइन रूप से अपना वक्तव्य दिया।डॉ पांडे ने अपने वक्तव्य में मानसिक स्वास्थ्य के साथ सतत विकास के रूप में आर्थिक क्षेत्र पर्यावरणीय क्षेत्र तथा सामाजिक क्षेत्र को लिया।

उन्होंने बताया कि मानसिक स्वास्थ्य को जैविक सामाजिक, आर्थिक, कारक प्रभावित करते हैं।मानसिक स्वास्थ्य को उन्नत करने के लिए अच्छा शारीरिक स्वास्थ्य, शिक्षा, अच्छी जीवनशैली, अच्छा पालन पोषण आवश्यक है। आमंत्रित वक्ता डॉ आराधना शुक्ला पूर्व विभागाध्यक्ष कुमाऊ विश्वविद्यालय अल्मोड़ा रही। उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य के शारीरिक, मनोवैज्ञानिक तथा सामाजिक कारकों की चर्चा की।

प्रथम तथा द्वितीय तकनीकी सत्र में शोध पत्र सहायक प्राध्यापकों तथा शोधार्थियों के द्वारा पढ़े गए। जिसमें ऑफलाइन मोड में डॉ गुरप्रीत कौर छाबरा ,शिवली श्रीवास्तव शोधार्थी, डॉ कविता कन्नौजे सहायक प्राध्यापक मनोविज्ञान तथा भूमिका गिजरे ,मोना पटवर्धन काजल चौबे, के द्वारा शोध पत्र प्रस्तुत किए गए। 30 शोध पत्र ऑनलाइन मोड में भी प्रस्तुत किए गए ।
कार्यक्रम की आयोजक डॉ अंजना पुरोहित विभागाध्यक्ष मनोविज्ञान सह आयोजक डॉ अनामिका मोदी सहायक प्रा ध्यापक शासकीय छत्तीसगढ़ महाविद्यालय , संगठन सचिव मनोज कुमार राव रहे।

कार्यक्रम का संचालन डॉ सुषमा तिवारी तथा तकनीकी सत्र का संचालन फोरम के सचिव डॉ रूपेंद्र राव ने किया। तकनीकी सत्र में सहयोग भौतिक विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ रवि शर्मा का रहा। कार्यक्रम में प्रभारी प्राचार्य डॉ संध्या वर्मा , आंतरिक गुणवत्ता मूल्यांकन प्रकोष्ठ समन्वयक डॉ कविता शर्मा , साइकोलॉजिकल फोरम छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष डॉ वसंत सोनबेर सहायक प्राध्यापक कमलादेवी राठी कन्या महाविद्यालय राजनांदगांव , उपाध्यक्ष डॉ वैशाली गौतम हिरवे, कोषाध्यक्ष डॉ रोली तिवारी, संगठन सचिव डॉ मनोज कुमार राव, डॉ रूपेंद्र राव तथा साइकोलॉजिकल फोरम के सदस्य तथा महाविद्यालय से डॉ रंजना तिवारी डॉ शीला दुबे डॉ प्रीति पांडे डॉक्टर मीना पाठक डॉ मीनी गुप्ता, डॉ रवि शर्मा, डॉ सीरिल डेनियल डॉ प्रभा वर्मा डॉ कल्पना झा ,डॉ लक्ष्मी देवनानी आदि उपस्थित रहे।